सुप्रीम कोर्ट जस्टिस सूर्यकांत ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के अंब में 17.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहुमंजिला न्यायिक परिसर का उद्घाटन किया है. अधिकारियों ने बताया कि परिसर में छह अदालत कक्ष, बार के दो कक्ष और एक पुस्तकालय है, साथ ही न्यायिक परिसर में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
संयोग से, जस्टिस सूर्यकांत ने 2019 में उस समय न्यायिक परिसर की आधारशिला रखी थी, जब वह हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे. जस्टिस सूर्यकांत ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सभी न्यायालयों के कामकाज में डिजिटल तकनीक के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में ऑनलाइन माध्यम से सुनवाई के कारण भौगोलिक सीमाएं अब कानूनी कार्यवाही में बाधा नहीं हैं, जिससे सभी के लिए न्याय तक पहुंच आसान हो गई है. जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि इससे देश के विभिन्न जिला न्यायालयों के वकीलों को भी यह देखने का मौका मिल रहा है कि सुप्रीम कोर्ट कैसे काम करता है.
जस्टिस सूर्यकांत 05 अक्टूबर, 2018 से हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण किया. 24 मई, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए. 09 फरवरी, 2027 को सेवानिवृत्त होंगे.